कालेज पत्रिका ”नई किरण“- एक परिचय
नव जनोदय इंटर कालेज, सुल्तानपुर-चिलकाना, सहारनपुर जहां अपने अनुशासन एवं उत्तम शिक्षा के लिए जाना जाता है, वहीं कालेज की पहचान है उसकी वार्षिक पत्रिका- नई किरण।
इस वर्ष 2021-22 में कालेज की पत्रिका नई किरण के 14वें अंक का प्रकाशन हुआ है।
कालेज की वार्षिक पत्रिका नई किरण में कालेज के छात्रों एवं शिक्षकों के लेख, रचनाओं के साथ-साथ कालेज की गतिविधियों के चित्र प्रकाशित होते है।
आइये इस लेख में पढ़ते है कालेज की वार्षिक पत्रिका ”नई किरण“ की यात्रा के बारे में।
पत्रिका के प्रकाशन की शुरुआत की कहानी-
बात वर्ष 2008 की है, जब कालेज के प्रधानाचार्य श्री श्याम कुमार सैनी जी के मन में विचार आया कि अपने कालेज की वार्षिक पत्रिका का प्रकाशन होना चाहिए। उन्होंने देखा कि कुछ चुनिन्दा कालेज अपनी वार्षिक पत्रिका का प्रकाशन कर रहे है, इस कडी में हमें भी अपनी वार्षिक पत्रिका छापनी चाहिए। चूंकि प्रधानाचार्य श्री श्याम कुमार सैनी पहले से ही पत्रकारिता, सम्पदान एवं प्रेस से जुडे रहे है, तो पत्रिका सम्पादन की भूमिका उन्होंने सोच ही ली थी। कालेज की पत्रिका के लिए उसके नाम रखने की बारी आई। गहन विचार विमर्श करने तथा सलाहकारों से सलाह लेने के बाद कालेज की पत्रिका का नाम पड़ा- ”नई किरण“
कालेज की पत्रिका नई किरण का पहला अंक वर्ष 2008 में प्रकाशित हुआ। उस समय पत्रिका के प्रकाशन के लिए छात्रों तथा अध्यापकों ने अपने लेख पत्रिका के लिए दिये। लेख एवं रचनाओं के अलावा पत्रिका के रंगीन पृष्ठों पर कालेज के कार्यक्रमों के फोटो तथा कक्षा 10 एवं 12 के छात्रों के ग्रुप फोटो भी प्रकाशित हुए।
वर्ष 2008-09 में प्रकाशित हुए नई किरण पत्रिका के पहले अंक के साथ यह परम्परा चल निकली। नई किरण पत्रिका की यह परम्परा तब से निर्बाध गति से चल रही है। इस वर्ष 2022 में कालेज की वार्षिक पत्रिका के 14वें अंक का प्रकाशन हुआ है।
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आइये प्रत्येक अंक के बारे में थोडी-थोडी चर्चा करते चलें-
पहला अंक वर्ष 2008-09 में प्रकाशित हुआ। कालेज के छात्रों एवं शिक्षकों के लेख प्रकाशित हुए तथा कवर पृष्ठ पर कालेज का फोटो प्रकाशित हुआ। पत्रिका का प्रकाशन अभिषेक प्रकाशन, सहारनपुर के द्वारा किया गया। प्रकाशक द्वारा पहले अंक को भरपूर आकर्षक बनाने का भरसक प्रयास किया गया। वैसे भी किसी भी पत्र-पत्रिका का पहला अंक यादगार होता ही है।
वर्ष 2009-10 में पत्रिका के दूसरे अंक का संपादन सृजन प्रिन्टस के द्वारा किया गया। पत्रिका में छात्रों के ग्रुप फोटो तथा रचनाएं समहित थी। इस बार डिजाइनिंग में कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन किये गये। पत्रिका के सम्पादक के रुप में श्री पदम कुमार द्वारा बहुत मेहनत की गई। वैसे ही रंगीन फोटो के चयन में प्रधानाचार्य जी द्वारा विशेष कार्य किया गया।
वर्ष 2010-11 में पत्रिका के तृतीय अंक में (चित्र में देख सकते है) सुन्दर आवरण पृष्ठ के साथ-साथ नई किरण के लेख भी छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक रहे। इस वर्ष भी बोर्ड परीक्षा के टापर्स छात्रों के साथ कालेज की गतिविधियों के चित्र प्रकाशित हुए।
वर्ष 2011-12 में नई किरण के चौथे अंक का प्रकाशन प्रारम्भ हुआ। पत्रिका के प्रकाशन पूर्व अनेक तैयारी करनी होती है, उन्हीं में से जरूरी काम है, छात्रों एवं शिक्षकों के लेख एकत्र करना। प्रतिवर्ष की तरह लेख एकत्र करना सम्पादक के जिम्मे आता है।
वर्ष 2012-13 में नई किरण के पांचवें अंक का प्रकाशन हुआ। प्रत्येक वर्ष पत्रिका के कवर पेज (मुख पृष्ठ) पर विशेष ध्यान दिया जाता क्योंकि आकर्षण का मुख्य कारक यह कवर पेज ही होता है।
वर्ष 2013-14 में नई किरण के
Nice work…😎😎❤️❤️